
कवर्धा-
शुक्रवार को जिले से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के दशरंगपुर में 5 घंटे तक जाम लगा रहा। गांव में एक व्यक्ति के अवैध कब्जे को हटाने की मांग पर आवागमन ठप्प कर दिया गया। कब्जाधारी ने कहा 47 लोगों ने किया अवैध कब्जा,हटे को सबका हटे,एक के पीछे इतना हंगामा क्यो,जाम के चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

दरअसल पूरा मामला ग्राम पंचायत दशरंगपुर जनपद पंचायत कवर्धा का है। जहां गांव के ही रहने संजय वैष्णव ने व्यक्ति का रायपुर जबलपुर नेशनल हाइवे मार्ग के किनारे में बीते 22 साल से कब्जा है। उसके बेटे अविनाश वैष्णव ने मीडिया से बात करते बताया कि गांव में 47 अन्य लोगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा किया है। उसका भी परिवार कब्जे वाली जगह पर ठेला रखकर दुकान चलाता था। अभी कुछ दिन पहले वह कब्जे वाले स्थान में पक्का निर्माण करने की कोशिश कर रहे थे। जिसके लिए पंचायत से एनओसी लेकर बिजली मीटर भी लगा लिया। इसी बात को लेकर गांव के कुछ लोगों को खटकने लगा था। उन्हें जलन की भावना के चलते आए दिन गाली गलौच किया जाता था। परिवार के लोगों को कुछ लोगों के द्वारा परेशान किया जाता था। जबकि जिस जगह पर कब्जा है,वह मुख्य मार्ग नहीं है। उनके कब्जे वाली जगह के पीछे आम नहर का निस्तारी रास्ता है। दोनों ओर खेत है,जहां से कोई आवागमन नहीं करता है,फिर भी ग्रामीणों की कहने पर 25 फीट की जगह रास्ते के लिए दे दी गई थी। लेकिन इससे भी उनका मन नहीं माना तो,पूरा कब्जा हटाने की जिद पर अड़ गए है। जब कब्जा हटाया जा रहा है तो सबका हटाया जाना चाहिए,चिन्हांकित रूप से एक ही व्यक्ति का कब्जा हटाने क्यों दबाव बनाया जा रहा है।
0
वहीं गांव के रहने वाले अमित सिन्हा सहित अन्य ग्रामीण कब्जेवाली जगह को खाली कराना चाहते है। इसके लिए गांव के लोगों ने तहसीलदार को आवेदन दिया था। लेकिन काफी समय तक प्रशासन की ओर से कब्जा नहीं हटवाया गया। जिससे नाराज होकर अमित सिन्हा ने ग्राम पंचायत के सामने ही तार लगाकर उसे घेर लिया है। ग्राम पंचायत जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है। बावजूद इसके पंचायत की ओर से कोई शिकवा शिकायत नहीं की गई थी। शुक्रवार को अमित सिन्हा सहित गांव के लोगों ने कार्रवाई ना होने से नाराजगी जाहिर करते हुए नेशनल हाइवे जाम कर दिया। दोपहर 1 बजे से जो जाम लगा था,वो साम छह बजे तक चला। ग्रामीणों की मांग थी कि जब तक कब्जा नहीं हटेगा तब तक जाम नहीं खुलेगा। बाकी गांव के लोगों ने कब्जा किया है,वो आम निस्तारी वाला रास्ता नहीं है,लेकिन मुख्य मार्ग का कब्जा आम लोगों के लिए निस्तारी का रास्ता है,इसलिए कब्जा हटना चाहिए।
0
रायपुर जबलपुर नेशनल हाइवे मार्ग काफी व्यस्तम मार्ग में से एक है। इस रास्ते पर कार बाइक के अलावा हजारों की संख्या में हैवी ट्रक गुजरता है। जिन्हें जाम के चलते घंटो परेशान होना पडा। 5 घंटे तक नेशनल हाइवे जैसे व्यस्त मार्ग का जमा रहना अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्थिति क्या रहेगी। दोनों ओर ट्रकों की लंबी कतार लग गई,कार चालत परिवार के साथ फंसे रहे,लोगों को इस बीच काफी परेशानी झेलनी पड़ी,जबकि मामला अवैध कब्जा हटाने को लेकर था,तो नेशनल हाइवे क्यों जाम किया गया। क्या इतना बड़ा मामला था,जिसके चलते रास्ता जाम कर दिया गया। बावजूद इसके पुलिस व जिला प्रशासन की ओर से कोई खास पहल नहीं की गई। किसी तरह से सख्ती नहीं की गई,भीड़ को हटाने व रास्ता खुलवाने का सार्थक प्रयास नहीं किया गया। यही वजह है कि मामूली बात पर ग्रामीणों की जिद के आगे पुलिस व जिला प्रशासन नतमस्तक नजर आया। कोई कठोर फैसला नहीं लिया जा सका,जिसका परिणाम इस रास्ते पर गुजरने वाले मुसाफिरो को भुगतना पड़ा।
0
दशरंगपुर में जाम के चलते भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वे भी जाम में फंसे हुए थे,उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए कवर्धा सर्किट हाउस आना था। जहां वे जीएसटी में स्लेब कम होने के फायदे गिनाने वाले थे। लेकिन जाम के चलते उन्हें दूसरे रास्ते से आना पड़ा,जिसके चलते पत्रकारों को डेढ़ घंटे अतिरिक्त उनका इंतजार करना पड़ा। इस जाम से आम हो या खास सभी को परेशान किया है। जबकि मामला सड़क किनारे के 60 बाय 50 फिट सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे की थी। जिसे लेकर पूरे गांव ने सर पर उठा लिया,एक परिवार के कब्जे को हटाने के लिए नेशनल हाइवे जाम कर दिया गया। जबकि गांव के ही 47लोगों ने उससे कहीं ज्यादा जमीन पर खुद कब्जा कर बैठे है। लेकिन हटाना है तो सिर्फ गांव के एक व्यक्ति की जमीन को हटाना है ।
0
वहीं मामले में एसडीएम कवर्धा चेतन साहू ने कहा कि प्रशासन की ओर से अवैध कब्जा हटाने को लेकर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों व पंचायत की ओर से कब्जा हटाने के लिए आवेदन दिया गया है। जिस पर एक्शन लिया जाएगा,इसी बात को लेकर ग्रामीणों की ओर से नेशनल हाइवे मार्ग जाम किया गया था। जिसे समझाने के बाद खोला गया है। जो भी मांग है,दोनों पक्ष की ओर से दिए गए आवेदन के आधार पर जांच की जाएगी। किसी के पक्ष या विपक्ष में काम करने का सवाल नहीं है।
0
वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गांव वालों ने अवैध कब्जा हटाने के नाम से नेशनल हाइवे मार्ग जाम किया था। पुलिस ने शांतिपूर्वक दोनों पक्षों की बात सुनी है। प्रशासन की ओर से इस पर निर्णय लिया जाएगा,जो भी नियमानुसार होगा,कार्रवाई प्रशासन की ओर से की जाएगी,शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस तैनात थी। काफी जद्दोजहद के बाद जाम खुला है,वहीं कुछ लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया जाएगा,जिन्होंने सड़क जाम कर आमजन को परेशान किया है।
0000000000000000000000




